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कला-संगीत >> काति महीने री चानणिए

काति महीने री चानणिए

सरला चम्बयाल

प्रकाशक : नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया प्रकाशित वर्ष : 2021
पृष्ठ :112
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 17039
आईएसबीएन :9789354910357

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"कुल्लू की संस्कृति के गीत, सदियों की सजीव धरोहर"

प्रस्तुत पुस्तक में लेखिका द्वारा कुल्लवी लोकगीतों को संग्रहीत किया गया है। लेखिका ने इस संग्रह में संग्रहीत पारंपरिक तथा स्वरचित लोकगीतों को अपनी आवाज दी है इस संग्रह में विभिन्न ऋतुओं तीज-त्योहारों, अशिक्षा, दहेज-प्रथा, भ्रूण-हत्या तथा जातीय भेदभाव आदि सामाजिक कुप्रथाओं पर केंद्रित लोकगीतों को शामिल किया गया है।

 

अनुक्रम

★       आभार

★       कल के लिए

★       प्राक्कथन

★       भूमिका

★       कुल्लवी गीत

★       स्वरलिपि

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